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Sunday, 3 December 2017

Reality of Life-1

From what's app messages
(1)
एक मच्छर परेशान बैठा था। दूसरे ने पूछा,"क्या हुआ ?"

 पहला बोला,

"यार गजब हो रहा है ; चूहेदानी में चूहा;

साबुनदानी में साबुन;


मगर

मच्छरदानी में आदमी सो रहा है।"
(2)
"बहुत छाले हैं
उसके पैरों में...

वो ज़रूर
उसूलों पर चला होगा.."

(3)
*यदि हर कोई आप से खुश है*
   *तो ये निश्चित है कि आपने जीवन*
      *में बहुत से समझौते किये हैं...*
                     *और*
          *यदि आप सबसे खुश हैं*
   *तो ये निश्चित है कि आपने लोगों*
          *की बहुत सी ग़लतियों*
        *को नज़रअंदाज़ किया है।*  
(4)  
*सोचने से कहाँ मिलते हैं*
      *तमन्नाओं के शहर,*

 *चलने की जिद्द भी जरुरी है*
   *मंजिलों को पाने के लिए..!*
(5)
*मुस्कुराने के मकसद न ढूँढो, वर्ना जिन्दगी*
*यूँ ही कट जाएगी.,*
*कभी बेवजह भी मुस्कुरा के देखो, आपके साथ साथ*
*जिन्दगी भी मुस्कुरायेगी..!!*
(6)
*वक़्त के भी अजीब किस्से हैं;*
*किसी का कटता नहीं;*
*और;*
*किसी के पास होता नहीं* ।

*वक़्त;*
*दिखाई नहीं देता है;*
*पर;*
*बहुत कुछ दिखा देता है ।*

*अपनापन तो हर कोई दिखाता है;*
*पर अपना कौन है ये वक़्त दिखाता है ।*
(7)
*शहर बसाकर, अब सुकून के लिए गाँव ढूँढते हैं,,*

*बड़े अजीब हैं लोग हाथ मे  कुल्हाड़ी  लिए, छाँव  ढूँढते  हैं..!!*
(8)
*गलतफहमियों के सिलसिले इतने दिलचस्प हैं,*

*हर ईंट सोचती है, दीवार मुझ पर टिकी है ।*
(9)
 प्रसन्नता का सरल नियम 🙏

           *न अपेक्षा,*
           *न उपेक्षा !*
(10)
*गुफ्त्गू करते रहिए थोडी थोडी अपने चाहने वालो से...*
*जाले लग जाते हे अक्सर बंद मकानो के..*

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